WLH Web Stories | WLH Newsletter

SUBSCRIBE OUR NEWSLETTERS
ओवेरियन सिस्ट का दूरबीन से इलाज करवाने में कितना समय लगता है और क्या इसके कोई साइड इफेक्ट तो नहीं है?
Treatment  |  12.14.2023 6:45 pm  |  6840  |  A+ | a-
लैप्रोस्कोपिक ओवेरियन सिस्टेक्टोमी
लैप्रोस्कोपिक ओवेरियन सिस्टेक्टोमी
ओवेरियन सिस्ट का लैप्रोस्कोपिक इलाज: समय और साइड इफेक्ट्स

इस वीडियो में बताया गया है की ओवेरियन सिस्ट, या अंडाशय की गांठ, महिलाओं में एक आम समस्या है। इसका इलाज अक्सर लैप्रोस्कोपी (दूरबीन विधि) के माध्यम से किया जाता है, जो एक मिनिमली इनवेसिव सर्जिकल प्रक्रिया है।लैप्रोस्कोपिक सर्जरी जिसे दूरबीनी सर्जरी भी कहा जाता है, ओवेरियन सिस्ट के इलाज के लिए एक प्रभावी और कम इनवेसिव प्रक्रिया है। इसकी अवधि निम्नलिखित पर निर्भर करती है:

1. सिस्ट का आकार और प्रकार: बड़े या जटिल सिस्टों को हटाने में अधिक समय लग सकता है।
2. सर्जन का अनुभव: अधिक अनुभवी सर्जन प्रक्रिया को तेजी से पूरा कर सकते हैं।
3. अन्य पेल्विक कंडीशन्स: यदि मरीज अन्य पेल्विक समस्याओं से भी ग्रस्त है, तो सर्जरी की अवधि बढ़ सकती है।
आमतौर पर, लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में कुछ घंटे लगते हैं, और मरीज को उसी दिन या अगले दिन छुट्टी मिल सकती है।



साइड इफेक्ट्स

लैप्रोस्कोपिक सर्जरी के साइड इफेक्ट्स आमतौर पर हल्के होते हैं, लेकिन कुछ संभावित जोखिम इस प्रकार हैं:


1. दर्द और सूजन: सर्जरी के बाद हल्का दर्द और सूजन आम हैं।
2. गैस और सूजन: सर्जरी के दौरान पेट में डाली गई गैस से सूजन और असुविधा हो सकती है।
3. ब्लीडिंग और इंफेक्शन: जैसा कि किसी भी सर्जरी में होता है, ब्लीडिंग और इंफेक्शन का जोखिम होता है।
4. नार्कोसिस से संबंधित जटिलताएं: एनेस्थीसिया से संबंधित जटिलताएं, जैसे कि मतली या एलर्जिक रिएक्शन।
5. आंतरिक अंगों को नुकसान: बहुत ही दुर्लभ मामलों में, आंतरिक अंगों को नुकसान हो सकता है।

इलाज की प्रक्रिया और समयावधि

लैप्रोस्कोपिक सर्जरी आमतौर पर एक दिन में पूरी हो जाती है। मरीज़ को सर्जरी से पहले और बाद में कुछ घंटे हॉस्पिटल में रहना पड़ सकता है। सर्जरी की अवधि आमतौर पर 30 मिनट से लेकर कुछ घंटे तक हो सकती है, जो सिस्ट के आकार और स्थिति पर निर्भर करती है।

साइड इफेक्ट्स

हर सर्जिकल प्रक्रिया की तरह, लैप्रोस्कोपी में भी कुछ जोखिम और साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ये साइड इफेक्ट्स आमतौर पर हल्के होते हैं, जैसे कि पेट में दर्द, थकान, गैस्ट्रिक समस्याएं या छाती में जकड़न। दुर्लभ मामलों में, संक्रमण, रक्तस्राव, या अंदरूनी अंगों को नुकसान पहुंचने का जोखिम भी होता है।

निष्कर्ष
ओवेरियन सिस्ट का लैप्रोस्कोपिक इलाज एक सुरक्षित और प्रभावी विकल्प है, जिसमें रिकवरी का समय कम होता है और जिसके साइड इफेक्ट्स आमतौर पर हल्के होते हैं। हालांकि, हर मरीज़ की स्थिति अलग होती है, इसलिए उपचार से पहले एक विशेषज्ञ से परामर्श जरूरी है।
लैप्रोस्कोपिक ओवेरियन सिस्टेक्टोमी एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है जिसे अक्सर कम साइड इफेक्ट्स के साथ सफलतापूर्वक किया जाता है। मरीजों को इस सर्जरी के बारे में उनके सर्जन से विस्तारपूर्वक चर्चा करनी चाहिए ताकि वे संभावित जोखिमों और रिकवरी प्रक्रिया की पूरी समझ रखें। अधिकांश मामलों में, यह प्रक्रिया जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाती है और ओवेरियन सिस्ट से जुड़ी समस्याओं का सफलतापूर्वक निवारण करती है।

संपर्क करें
वर्ल्ड  लेप्रोस्कोपी अस्पताल
साइबर सिटी, गुरुग्राम
एनसीआर दिल्ली, भारत

वर्ल्ड  लेप्रोस्कोपी प्रशिक्षण संस्थान
भवन संख्या: 27, डीएचसीसी, दुबई, संयुक्त अरब अमीरात

वर्ल्ड  लेप्रोस्कोपी प्रशिक्षण संस्थान
5401 एस किर्कमैन रोड सुइट 340
ऑरलैंडो, FL 32819, यूएसए
Top

In case of any problem viewing Web Stories of WLH please contact | RSS

World Laparoscopy Hospital
Cyber City
Gurugram, NCR Delhi, 122002
India

All Enquiries

Tel: +91 124 2351555, +91 9811416838, +91 9811912768, +91 9999677788



Need Help? Chat with us
Click one of our representatives below
Nidhi
Hospital Representative
I'm Online
×