पित्त पथरी, पित्ताशय के अन्दर पित्त अवयवों के संघनन से बना हुआ रवाकृत जमाव होता है। इन पथरियों का निर्माण पित्ताशय के अन्दर होता है लेकिन ये केंद्र से दूर रहते हुए पित्त मार्ग के अन्य भागों में भी पहुंच सकती है जैसे पुटीय नलिका, सामान्य पित्त नलिका, अग्न्याशयीय नलिका या एम्प्युला ऑफ वेटर.
पित्ताशय में पथरी की उपस्थिति तीव्र कोलेसिसटाइटिस का कारण बन सकती है जो कि पित्ताशय में पित्त के अवरोधन के कारण होने वाली सूजन की अवस्था है और यह प्रायः आंत संबंधी सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाले द्वीतियक संक्रमण का कारण भी बनता है, मुख्यतः एस्चीरिचिया कोली और बैक्टिरॉयड्स वर्गों में. पित्त मार्ग के अन्य हिस्सों में पथरी की उपस्थिति के कारण पित्त नलिकाओं में अवरोध पैदा हो सकता है जोकि एसेन्डिंग कोलैनजाइटिस या पैन्क्रियेटाइटिस जैसी गंभीर अवस्थाओं तक पहुंच सकता है। इन दोनों में से कोई भी अवस्था प्राणों के लिए घातक हो सकती है और इसलिए इन्हें चिकित्सीय आपातस्थिति के रूप में देखा जाता है।
गॉलब्लेडर की पथरी का ऑपरेशन दूरबीन द्वारा ऑपरेशन से होता है और लापरोस्कोपी से इसका ऑपरेशन कराने से निनलिखित लाभ है|
1. कोई दाग नही होता है
2. दर्द नही के बारबर होता है
3. मरीज उसी दिन घर जा सकता है
4. शरीर पर कोई दाग भी नही होता है
ये ऑपरेशन कैसे होता है उसका वीडियो नीचे देखें
लेप्रोस्कोपी द्वारा किया गया गॉलब्लेडर के पथरी सर्जरी के कई लाभ होते हैं और यही आजकल सर्वोत्तम पढ़ती है|






